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मंगलवार, नवंबर 20, 2012

प्यार / इश्क /मोहब्बत/ लव करने से पूर्व देख लें अपने हाथों की रेखा (जाने शुक्र की भूमिका)-------


प्यार / इश्क /मोहब्बत/ लव करने से पूर्व  देख लें अपने हाथों की रेखा (जाने शुक्र की भूमिका)-------

###Pt.Dayananada Shastri...(09024390067 )

हाथों की बनावट और रेखाएं बता देती हैं कि आपका स्वभाव कैसा है? आपके विचार कैसे हैं? हस्तरेखा में रेखाओं के अतिरिक्त पर्वत क्षेत्र भी महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। पर्वत क्षेत्र अर्थात् आपके हाथों में उभरे हुए अलग-अलग भाग।
हमेशा से ही लव, इश्क, प्यार, मोहब्बत अधिकांश लोग कर बैठते हैं लेकिन कुछ ही लोगों की किस्मत में प्रेमी या प्रेमिका के साथ विवाह हो पाता है। कुछ लोगों को प्यार में धोखा झेलना पड़ता है या किसी ओर कारण से प्रेमियों का मिलन नहीं हो पाता। 
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन पर्वत क्षेत्रों में सबसे अधिक महत्वपूर्ण है-------- शुक्र पर्वत क्षेत्र।

शुक्र पर्वत व्यक्ति की प्रणय, वासना, प्रेम और भोग विलास को दर्शाता है। जिस व्यक्ति का शुक्र पर्वत जितना अधिक उन्नत होता है वह उतना ही अधिक सेक्सी होता है। अत्यधिक उन्नत शुक्र पर्वत वाले व्यक्ति के दिमाग में सेक्स संबंधी विचार ही चलते रहते हैं।।।

कहां होता है शुक्र पर्वत...?????

अंगूठे के नीचे के भाग को शुक्र पर्वत कहते हैं। शुक्र पर्वत की अंतिम सीमा जीवन रेखा तक होती है। जीवन की परिधि जितनी अधिक होती है शुक्र पर्वत उतना ही अधिक बड़ा होता है। अधिक उन्नत शुक्र पर्वत को अच्छा नहीं माना जाता है।

--------- यदि शुक्र पर्वत सामान्य से कम उन्नत है तो ऐसे व्यक्ति निरस, रुखे स्वभाव वाले होते हैं। दोषपूर्ण शुक्र पर्वत होने पर व्यक्ति संतान उत्पन्न करने में असक्षम होता है। साथ ही ऐसे व्यक्तियों को जनेंद्रिय संबंधी को बीमारी हो सकती है। 

------- यदि शुक्र पर्वत उन्नत और उभरा हुआ है। साथ ही दोष रहित है तो ऐसे व्यक्ति स्वस्थ एवं सुंदर शरीर वाले, कामुक, संतान उत्पन्न करने की क्षमता करने वाला होता है।

------- शुक्र पर्वत अत्यधिक उन्नत होने पर व्यक्ति भोग विलास में लिप्त रहने वाला होता है। ऐसा व्यक्ति शक्तिशाली भी होता है।

######  ध्यान रहे शुक्र पर्वत और अंगूठे की बनावट पर साथ-साथ विचार किया जाना चाहिए।

-----जिस व्यक्ति के साथ प्यार में असफलता का योग होता है या शादी के बाद वैवाहिक जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उसके हाथों की लकीरों में कुछ ऐसे खास योग बनते हैं-

------ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हस्तरेखा में एक योग बताया गया है जिसे शुक्र वलय योग कहते हैं।

शुक्र वलय और इसका व्यक्ति पर क्या प्रभाव पड़ता है?
      

---------यदि कोई रेखा अंगुठे के पास वाली अंगुली से निकलकर शनि व सूर्य पर्वतों को घेरती हुई अनामिका और कनिष्टा अंगुली के बीच समाप्त हो तो शुक्र वलय बनता है।
------ यदि शुक्र वलय की रेखा पतली हो तो व्यक्ति समझदार व बातचीत में माहिर होता हैं।
------- शुक्र वलय अनेक रेखा से मिलकर व गहराई लिए हुए बना हो तो ऐसे व्यक्ति के शादी के बाद भी अन्य कई संबंध होते है।
--------- शुक्र वलय को विवाह रेखा काटती है तो वैवाहिक जीवन का सुख नहीं के बराबर होता हैं।
-------- शुक्र वलय पर द्वीप हो तो ऐसे व्यक्ति की प्रेमिका षडयंत्रकारी होती हैं। ऐसा व्यक्ति प्रेमिका के षडयंत्र से मारा जाता है।
------- यदि सूर्य रेखा शुक्र वलय को काटती है तो ऐसा व्यक्ति नीच, बुरे विचारों वाला होता है।

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